अंबिकापुर ,आदित्य पिंटू गुप्ता -राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अम्बिकापुर जिला का जिला स्तरीय प्राथमिक वर्ग का समापन रविवार को सरस्वती शिशु मंदिर, देवीगंज रोड, अम्बिकापुर में हुआ। यह सात दिवसीय वर्ग 22 दिसंबर सायं से प्रारंभ होकर रविवार को पूर्ण हुआ, जिसमें सरगुजा जिले के सभी विकासखंडों से आये विभिन्न आयु वर्गों के विद्यालय, महाविद्यालय एवं व्यवसायी स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। जिसके समापन सत्र में मुख्य वक्ता – सरगुजा विभाग प्रचारक राजकुमार चंद्रा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा प्रतिवर्ष प्रशिक्षण द्वारा कार्यकर्ता निर्माण की प्रक्रिया विगत 94 वर्षों से अनवरत चल रही है। प्रशिक्षण द्वारा प्राप्त संस्कार व्यक्ति के लिए उपयोगी तो है ही वरन समाज के लिए भी उतने ही लाभदायक है। प्रशिक्षण द्वारा व्यक्ति में मानवीय गुणों का विकास होता है, जो समाज में सकारात्मक वातावरण के निर्माण में सहायक है। प्रशिक्षण में शारीरिक बौद्धिक क्षमताओं में वृद्धि के साथ सहयोग, सामंजस्य के माध्यम से टीम भावना का भी निर्माण होता है। शाखा में खेले जाने वाले खेलों के माध्यम से उत्तरदायित्व के प्रति जागरूक बनाया जाता है। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त स्वयंसेवकों से राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने का आग्रह किया। विभिन्न उदाहरण के माध्यम से विभाग प्रचारक राजकुमार जी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदाओं के समय किस प्रकार त्याग, समर्पण की पराकाष्ठा का आदर्श व्यवहार प्रस्तुत कर स्वयंसेवकों ने समाज में विश्वास का वातावरण निर्मित किया है। आज समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में स्वयंसेवकों ने समाज की आवश्यकतानुसार सेवा कार्य एवं रचनात्मक कार्य प्रारंभ कर अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन किया है। संघ का स्वयंसेवक बिना किसी अपेक्षा के भारत के गौरव के लिए कार्य करता है, उसे इसमें ही असीम संतोष प्राप्त होता है। यह देश मेरा है, मेरे देश को आगे बढ़ना चाहिए, विश्व पटल पर भारत माता का स्वर्णिम गौरवगान हो यही ध्येय स्वयंसेवकों को संघ संस्थापक जी ने अपने जीवन के आदर्श व्यवहार के माध्यम से दिया है।

इस अवसर पर जिला कार्यवाह अजय कुमार मिश्र, वर्ग कार्यवाह विष्णु गुप्ता, इस वर्ग के मुख्य शिक्षक राजकुमार यादव, अनुज दुबे, इन्दर भगत, सर्व व्यवस्था प्रमुख सतीश तिवारी, भरत सिंह, भोलानाथ गुप्ता, खेमलाल खूंटे, विवेक सिंह, सतीश मिश्रा, जवाहर वर्मा, संजीव सिंह, बृषभान यादव, झगरू विशाल, अमरेन्द्र गुप्ता, विशेश्वर सिंह, मिथलेश गुर्जर, कृष्ण कुमार त्रिपाठी, चंद्रशेखर चक्रधर एवं अन्य शिक्षक सहित विभिन्न व्यवस्था में लगे स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
