सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण महाप्रबंधक कार्यालय में विरोध दर्ज करवाते हुए सौंपा ज्ञापन

सर्व विभाग एसईसीएल भटगांव द्वारा कुछ परिवारों की सूची तैयार कर मुख्यालय बिलासपुर स्वीकृति हेतु भेजा जा रहा।
भारत सम्मान/भटगांव/फिरोज खान:- एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के अंतर्गत महामाया ओसीपी में ग्राम जरही के भूमिस्वामियो का भूमि अधिग्रहित किया गया है उक्त अधिग्रहित क्षेत्र में ग्राम जरही की आवासीय मकान प्रभावित हो रहा है जहा प्रभावित मकान का सर्वे राज्य सरकार के राजस्व विभाग एवं एसईसीएल प्रबंधन के कर्मचारियों के द्वारा संयुक्त रूप से मकान एवं परिवारों के सदस्यों का सर्वे किया जा चूका है वही प्रभावित परिवारों के द्वारा एसईसीएल प्रबंधन के निर्देशानुसार प्रत्येक परिवारों के द्वारा आवश्यक डॉक्यूमेंट महामाया कार्यालय में जमा भी किया जा चुके हैं वहीं पूर्व में ग्रामीणों के द्वारा विस्थापन परिवार की पात्रता के संबंध में ज्ञापन दिया गया था जिसके बाद भी एसईसीएल प्रबंधन की मनमानी चरम पर है जिसके विरोध में ग्रामीणों सैकड़ों की संख्या में उपस्थित होकर महाप्रबंधक के नाम ज्ञापन सौंपा।

पूर्व में जरही के भूमिस्वामियों ने ज्ञापन सौंपा था जिसके बाद अनुविभागीय अधिकारी प्रतापपुर एव एसईसीएल प्रबंधन तथा प्रभावित ग्रामवासी की उपस्थित बैठक कर समझौता हुआ था की परिवार के प्रत्येक बालिक सदस्यों को विस्थापन राशि प्राप्त करने का अधिकार होगा।
वैसे एसईसीएल भटगांव प्रबंधन का अपने बातों से मुकरना कोई नई बात नहीं है जहां के अधिकारी बोलते कुछ और है और करते कुछ और है ऐसे ही कुछ हरकतों के कारण आज क्षेत्र अधिकांश खदाने बंद हो चुकी है वही सिलसिला एसईसीएल महामाया परियोजना में देखने को मिल रहा है जहा वर्तमान में जानकारी प्राप्त हुआ है की एसईसीएल पूर्व में हुए उक्त समझौता व लिए गए निर्णय को ताक में रखते हुए सर्वे विभाग एसईसीएल भटगांव द्वारा कुछ परिवारों की सूची तैयार कर एसईसीएल।जताया नाराजगी,सर्वे सूची से सहमत नहीं।

जताया नाराजगी,सर्वे सूची से सहमत नहीं।
सिर्फ कुछ ही नामों का मुख्यालय बिलासपुर स्वीकृति हेतु भेजा जा रहा है जिसमें ग्रामीण जनता सहमत नहीं है सभी प्रवाहित परिवारों द्वारा आग्रह किया गया है कि विस्थापित परिवारों को पात्रता सूची पुनः कैंप लगाकर विस्थापित परिवारों की उपस्थिति में सर्वे रजिस्टर के अनुसार किया जाए।इस वक्त पुरन राम राजवाड़े, आलम साय, प्रकाश राम, पवन, रामभजन, बिनोद कुमार मनसागर, उमेश कुमार, मोहरलाल, मुना, अमर साय, दीपक रजक, उमा एवं सैकड़ों प्रभावित ग्रामवासी उपस्थित थे।




