भारत

छाल क्षेत्र के दबंग युवा नेता नवल राठिया के पिता श्री जगमोहन सिंह राठिया (रिटारार्ड बैंक मैनेजर)हुए भाजपा में शामिल…

◆ राजनीतिक गलियारों में मचा हड़कंप?…

धरमजयगढ़।  विधानसभा क्षेत्र के नामी आदिवासी नेता नवल राठिया के पिता श्री जगमोहन सिंह राठिया ने भाजपा के घोषणा पत्र से प्रभावित हो कर भाजपा प्रवेश कर लिया है।

बता दें नवल राठिया जोगी कोंग्रेस के जिला अध्यक्ष हैं और विधायक दावेदार भी थे मगर उनके पैर टूट जाने के कारण वह चुनाव नही लड़ सके। अभी वो बेड रेस्ट पर हैं। मगर आज चुनाव में नया मोड़ तब आया जब नवल राठिया के पिता श्री जगमोहन सिंह राठिया (रिटायर्ड बैंक मैनेजर) ने भाजपा प्रवेश किया।

मुरारी पासवान धरमजयगढ़ भाजपा विस्तारक प्रभारी, रजनी राठिया भाजपा नेत्री, सेवती चंद्रा, आकाश अग्रवाल, जय कुमार राठिया, पलेश्वर पटेल, के नेतृत्व में जगमोहन राठिया ने भाजपा प्रवेश किया है, जिससे कांग्रेस को बड़ा झटका तो लगेगा ही वहीं लालजीत के कई समीकरण बिगड़ने के भी प्रबल आसार नजर आने लगे हैं। क्यों कि जगमोहन सिंग राठिया धरमजयगढ़, चरखापारा ग्रामीण बैंक में बतौर ब्रांच मैनेजर। के रूप में अपनी सेवाएं दे  चुके हैं, जिनको क्षेत्र के सभी सरपंच पूर्व सरपंच, स्वसहायता समूह के मुखिया सभी से मधुर संबंध रहे हैं और अपने सरल स्वभाव के धनी व सभी के चहेते कर्मचारी भी रहे हैं और धरमजयगढ़ बाकरुमा , छाल में राठिया कंवर समाज मे बहुत अच्छी पकड़ है।

जगमोहन राठिया के साथ चंद्रशेखरपुर के युवा वर्ग के धरम राठिया, संदीप पांडे, पंकज चौहान, दिगपाल कंवर, सुमित एक्का,चंद्रमणि सिदार अभय महतो सहित नवल राठिया के सभी समर्थक भाजपा में शामिल हो गए। और हरिश्चन्द राठिया को जिताने की बागडोर अपने हाथ मे लिया है।

Bharat Samman

Bharat Samman

यह एक हिंदी वेब न्यूज़ पोर्टल है जिसमें ब्रेकिंग न्यूज़ के अलावा, अपराध, राजनीति, प्रशासन, ट्रेंडिंग न्यूज, बॉलीवुड, खेल जगत, लाइफस्टाइल, बिजनेस, सेहत, ब्यूटी, रोजगार तथा टेक्नोलॉजी से संबंधित खबरें पोस्ट की जाती है। Disclaimer - समाचार से सम्बंधित किसी भी तरह के विवाद के लिए साइट के कुछ तत्वों में उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत सामग्री (समाचार/फोटो/विडियो आदि) शामिल होगी स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक इस तरह के सामग्रियों के लिए कोई ज़िम्मेदार नहीं स्वीकार करता है। न्यूज़ पोर्टल में प्रकाशित ऐसी सामग्री के लिए संवाददाता/खबर देने वाला स्वयं जिम्मेदार होगा, स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी. सभी विवादों का न्यायक्षेत्र अम्बिकापुर होगा।

Related Articles

Back to top button