भारत को विकसित बनाने में सर्व समाज का यह आयोजन साबित हो सकता है मील का पत्थर

इसे समझना होगा सनद रहे समाज से ही सरकार बनती है,नासमझ लोग ही इस आयोजन पर टिप्पणी करते हैं।
भारत सम्मान/प्रतापपुर। क्या आप चाहते हैं कि आपके घर की बेटी दहेज लोभियों का शिकार बने,क्या आप चाहते हैं आपके घर का चिराग आत्महत्या जैसा कदम उठाए, क्या आप चाहते हैं की वैवाहिक कार्यक्रम के चलते आपका परिवार कर्ज में डूब जाए, क्या आप चाहते हैं कि आपके घर की बेटी किसी तरह की दरिंदगी का शिकार बने,शायद हरगिज नहीं तो सबसे पहले आपको इस महत्वपूर्ण लेखनी को समझना होगा ताकि सामाजिक और राजनीतिक पतन को रोका जा सके,याद रखिएगा कफन में जेब नहीं होती,

फिर हाय पैसा हाय पैसा क्यों,भारत देश में लोग भूखे नहीं मरते बल्कि खा खा कर मर रहे हैं,ब्रह्मज्ञानी सभी हैं किंतु पारिवारिक सामाजिक और राजनीतिक पतन को रोकने कोई भी अपने ब्रह्म ज्ञान का सही उपयोग नहीं कर रहा है। सबसे ऊपर लिखित तीन पंक्तियों को अवश्य पढ़िएगा,और समझने की कोशिश करेगा समझाने की नहीं,परिवार में सुगठित परंपरा यदि मजबूत बनेगी तो निश्चित ही समाज मजबूत होगा फिर आप सोच रहे होंगे कि अब न पढ़ें किंतु यदि आप अपने खुद के परिवार, घर की बेटी, घर के बेटों ने और स्वयं को किसी अनहोनी से बचना चाहते हैं तो इन तथ्यों को स्वस्थ मस्तिष्क से विचार करके देखिएगा चाहे समाज का कोई मंत्री हो या संतरी।

छत्तीसगढ़ प्रदेश के उगते हुए सूरज कहे जाने वाले सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बंशीपुर के राम मंदिर प्रांगण में इसी माह फरवरी में 27, 28, 29 तारीख को सर्व समाज का सामूहिक विवाह आयोजन होने जा रहा है हमने अपने हैडलाइन में लिखा है,”भारत को विकसित बनाने में सर्व समाज का यह आयोजन साबित हो सकता है मिल का पत्थर “यह यूं ही नहीं लिखा गया है देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है कि 2047 तक अर्थात आजादी के 100वें साल तक हमारा देश विकसित बने,यहां ठहर कर जरा सोचिएगा, क्या कर्ज में डूबा हुआ कोई भारतवासी विकसित हो सकता है शायद कभी नहीं, तो बता दें सर्व समाज सामूहिक विवाह आयोजन का मूल उद्देश्य क्या है,दहेज की आग में कोई बिटिया न जले,नारी जिसे सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं सरकार चल रही है वह वास्तव में सशक्त बना सके,निजी तौर पर व्यक्ति विवाह जैसे आयोजनों की वजह से कर्ज में डूबता जा रहा है उसे आर्थिक आजादी मिल सके,नशाखोरी पर अंकुश लगाया जा सके, सर्व समाज के इस आयोजन में सभी जाति समाज धर्म के लोग शामिल होते हैं अधिकारी व कर्मचारी भी समाज से ही आते हैं समाज प्रमुखों, किसानों, व्यवसायियों तथा समस्त ग्राम वासियों के आर्थिक एवं वैचारिक सहयोग से यह आयोजन संपन्न होता है,अर्थात इस आयोजन में आपको बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना है हर तरह से इस आयोजन को सफल बनाने अपना योगदान आर्थिक और वैचारिक तरीके से देना है जिससे परिवार और समाज मजबूत हो सके।सर्व समाज सामूहिक विवाह आयोजन समिति सरकार से एक रुपए मदद नहीं लेती,प्रत्येक जोड़ो को वैवाहिक वस्त्र तथा आखिरी दिन हजारों का उपहार देकर विदा करती है, परिवार व समाज को मजबूत बनाने इस आयोजन में शामिल होकर इसे देखें आपके नकारात्मक सवालों का जवाब भी मिल जाएगा। समाज प्रमुखों ने बताया कि इस पूरी थीम को प्रेरणा प्रदान करने वाले सरगुजा संभाग के वर्तमान कमिश्नर गोविंद राम चुरेंद्र हैं,जिनकी सोच है कि यह एक सामाजिक परंपरा बने।

सर्व समाज सामूहिक विवाह आयोजन समिति सरकार से एक रुपए मदद नहीं लेती,प्रत्येक जोड़ो को वैवाहिक वस्त्र तथा आखिरी दिन हजारों का उपहार देकर विदा करती है, परिवार व समाज को मजबूत बनाने इस आयोजन में शामिल होकर इसे देखें आपके नकारात्मक सवालों का जवाब भी मिल जाएगा। समाज प्रमुखों ने बताया कि इस पूरी थीम को प्रेरणा प्रदान करने वाले सरगुजा संभाग के वर्तमान कमिश्नर गोविंद राम चुरेंद्र हैं,जिनकी सोच है कि यह एक सामाजिक परंपरा बने।