चोरी के संदेह में युवक को बंधक बनाकर की गई बेदम पिटाई का जिम्मेदार कौन..?
तालिबानी तर्ज पर चोरी का आरोप लगाकर आधे घंटे तक दिया गया थर्ड डिग्री।
क्या इतनी बड़ी घटना की जानकारी उप क्षेत्रीय प्रबंधक भटगांव को नहीं।
भारत सम्मान/सुरजपुर/फिरोज़ खान:- सूरजपुर जिले के भटगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के सुरक्षा प्रहरी ही बन रहे भक्षक ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें शुभम जायसवाल पिता शेखर जायसवाल, उम्र 20 वर्ष भटगांव वार्ड नंबर 8 के निवासी युवक की भटगांव सुरक्षा कर्मियों द्वारा बेदम पिटाई की गई और पीटते हुए वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल वायरल कर दिया गया है जिससे क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है और इस मामले में पुलिस को भी शिकायत की गई है।
परिजनों ने लगाया आरोप बिना जाँच पड़ताल कर दी पिटाई।
युवक के पिता से मारपीट के संबंध में बात करने पर उनके द्वारा बताया गया की मेरे बेटे से मैंने बात की थी लेकिन मेरे बेटे ने नहीं की थी चोरी और उसे जबरन आरोप लगाकर बेदम पीटा गया है लेकिन कोई भी बात सुने बिना लगातार पिटते हुए इतना पिट दिया गया कि अपने पैरों से भी चलने में असमर्थ हो गया है।
10000 रुपये की माँग के लिए मारा गया मुझे।
युवक से वायरल वीडियो में मारपिट के संबंध में बात करने पर युवक ने बताया कि उसकी कोई भी गलती नहीं थी और न ही उसने कोई ग़लत काम किया था उसके ख़िलाफ़ कोई प्रमाण भी नहीं मिला था तब भी उसे सुबह घर के पास से एसईसीएल सुरक्षा कर्मियों ने उठा कर सब एरिया ऑफ़िस भटगांव में ले जाकर एसईसीएल सुरक्षा कर्मी एएसआई राजेश शुक्ला अपने अन्य साथी संजय टंडन, चंदशेखर राजवाडे, सीता राम पिता अमर साय द्वारा अश्लील गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए लात, जूता, मुक्का और डंडे से पीटा और मैंने बार बार कहा कि मैंने नहीं की है चोरी तो मुझे दस हज़ार रुपए मांगे गए और ना देने पर मुझे फसाने की धमकी दे रहे थे जिससे मैंने अपनी जान की डर और फसाने की वजह से मैंने घर से लाकर पैसे दे दिए।
जल्लाद की तहर की गई पिटाई – क्षेत्र वासी
क्षेत्र वसियों ने जब इस वायरल वीडियो को देखा तो उन्होंने बताया की इस घटना की निंदा करते हैं और इस तरह की पिटाई कोई जल्लाद ही कर सकता है और ऐसे सुरक्षा के पद में रहने के बाद किसी को भी पीटना बहुत ही ग़लत है इसके उप्पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए।
चोरो से है सुरक्षा कर्मियों के पुराने तालुकात।
सोशिल मीडिया में एक और वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे सुरक्षा कर्मी एक पुराने कबाड़ चोरी के मामले में पकड़े गए युवक के घर में रोजाना बैठते है और लगभग हर दिन अपनी वर्दी में ही बैठा करते हैं।
पुलिस ने की शिकायत दर्ज।
पुलिस थाना प्रभारी भटगांव द्वारा मारपीट के आवेदन में तत्काल संज्ञान लेते हुए एमएलसी करवाने के बाद एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
क्या इतनी बड़ी घटना की जानकारी उप क्षेत्रीय प्रबंधक भटगांव को नहीं।
उप क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय भटगांव में एसईसीएल सुरक्षा कर्मचारियों के द्वारा युवक को घर से उठा कर लाया जाता है और कार्यालय में ही आधे घंटे तक गाली गलौज करते हुए मारपीट कर थर्ड डिग्री दी जाती है जिसकी जानकारी क्या उप क्षेत्रीय प्रबंधक भटगांव को नहीं हुई जिसकी संज्ञान उनके द्वारा नहीं लिया गया या फिर इस प्रकार के सभी क्रियाकलापों पर उप क्षेत्रीय प्रबंधक भटगांव का भी सहयोग मिला हुआ अगर मिला भी होगा तो कोई आश्चर्य चकित होने वाला बात नहीं है क्योंकि एसईसीएल भटगांव क्षेत्र इन दिनों हर कार्यों पर सुर्खिया बटोरने में लगा हुआ।
कुछ दिन पूर्व दिन दहाड़े हुई चोरी- सूत्र
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के सीएचपी साइडिंग स्टैटिक कटा के स्टोर रूम से दिनांक 12/09/2024 को दिन गुरुवार को दो नाग किलो बाट 50+50= 100 किलो का दो नग बाट की चोरी हुई दिन दहाड़े समय लगभग 2:32 मिनट में वीडियो कैमरा रिकॉर्ड करने पर पता चला की दो अज्ञात व्यक्ति आते हैं और स्टोर रूम का ताला तोड़ कर रूम में घुसते है और दोनो एक एक बोरी में किलो बाट 50 – 50 किलो का एक बोरी में बांध कर कंधे पर लोड कर जाते दिखे वही दूसरे शिफ्ट ड्यूटी में पहुंचे कर्मचारियों के द्वारा इसकी जानकारी तत्काल शिफ्ट इंचार्ज को दिए जिस पर शिफ्ट इंचार्ज सुरक्षा सहायक उप निरीक्षक राजेश कुमार शुक्ला को इसकी जानकारी मोबाइल फोन के माध्यम से दिए और एफआईआर करने बोले।
जिस पर रेल्वे स्टेटिक कटा का बाट सुन कर राजेश कुमार शुक्ला सकते में आ गया और 15 मिनट के अंदर बोले की चोरी हुई किलो बाट मिल गया है सर मैं लेकर आ रहा हूं और 5 मिटन में चोरी हुई सीएचपी साइडिंग रेल्वे स्टैटिक कटा का बाट 50- 50 कीलो का दो नाग अपने मोटर साइकिल पर लोड कर एक गार्ड से पकड़ा कर सीएचपी साइडिंग इंचार्ज ऑफिस के सामने लाया गया है।
जिससे उक्त चोरी हुई स्टेटिक रेल्वे कटा के बाट आप को इतने जल्दी कैसे मिला पूछने पर राजेश कुमार शुक्ला बोला चोर कबाड़ी के पास बेच दिया था उसी के पास मैं फोन कर पूछा और बोला एफआईआर हो रहा हैं रेल्वे स्टेटिक कटा का बाट है तुम नही बचोगे पुलिस मारेगा लात पूरा रेल रुक गया हैं इसके बाद डर गया और बोला मेरे पास ही है सर आप ले जाइए और मैं लेकर आ रहा हूं।
संदेह में सुरक्षा इंचार्ज।
सूत्र बताते है की इससे पूर्ण रूप से संदेह जाता है की अगर रेल्वे स्टैटिक कटा का नाम नहीं लिया गया होता शिफ्ट इंचार्ज साहब के द्वारा तो उक्त चोरी होई किलो बाट कभी नहीं मिलती वह रेल्वे का नाम रेल गाड़ी रुक जाने और आरपीएफ पुलिस की जांच के डर से उक्त रेल्वे लोडिंग स्टेटिंग कटा स्टोर में रखे हुए किलो बाट चोरी हुई इतना जल्दी मिल गया अगर उक्त किलो बाट एसईसीएल शिफ्ट होता तो कभी नहीं मिल पाता इस बात से पूर्ण रूप से संदेह जाता हैं सुरक्षा सहायक उपनिरीक्षक राजेश कुमार शुक्ला के ऊपर की चोरी की जानकारियां पहले से थी अगर जानकारी नही होती तो बिना चोरी हुई घटना स्थल जांच किए बिना किसी कबाड़ी को कैसे फोन लगाते और उसका मोबाइल फोन नंबर कैसे मिला राजेश कुमार शुक्ला को और कबाड़ी के घर जाकर बिन पुलिस के सर्च वारंट के बिना कोई एसईसीएल के सुरक्षा सहायक उपनिरीक्षक कैसे किसी के घर में घुस कर उक्त समान ला सकता है वो भी बिना कबाड़ी को पकड़े सिर्फ चोरी हुई कोलो बाट को लेकर आना और एफआईआर दर्ज तक नहीं होना यह सब और बिना सेटिंग के कैसे संभव हो सका है यह सब गंभीर जांच की जरूरत है।
क्या सुरक्षा इंचार्ज के बड़े-बड़े चोरों से है संपर्क।
कही न कही सुरक्षा सहायक उपनिरीक्षक राजेश कुमार शुक्ला बड़े बड़े कोयला चोरों और बड़े बड़े कबाड़ियों से मिला हुआ हैं और उनको नही पकड़ता है अगर उनके एक दो चोर कभी गलती से कोई गार्ड पकड़ कर राजेश कुमार शुक्ला को दे भी दिए तो उनको भी पैसा लेकर छोड़ देता हैं और बिना सेटिंग के छोटे छोटे चिंदी चोरों को एक दो पकड़ कर अधिकारियों के सामने अपना पीठ थपथपा लेटा है अगर एसईसीएल भटगांव के सुरक्षा सहायक उपनिरीक्षक राजेश कुमार शुक्ला का मोबाइल फोन नम्बर की जांच पड़ताल कराई जाए तो बड़ी बड़ी चोरियों में शामिल होने का प्रमाण मिल सकता है जिस चोरी की शिकायत स्थानीय पुलिस प्रशासन में भी नहीं की जाती।