र्रेगुड़ा गांव में मिला दुर्लभ प्रजाति का पैगोलिन,ग्रामीणों ने वन विभाग को सौंपा।
बालोद। मोइन खान – बालोद ब्लाक के कन्नेवाड़ा के पास पर्रेगुड़ा के जंगल में पैंगोलिन नाम का एक दुर्लभ प्रजाति मिला। पर्रेगुड़ा में ग्रामीणों ने दुर्लभ प्रजाति के एक वन जीव पैंगोलिन को पकड़ कर वन विभाग को सुपुर्द किया है। ग्रामीणों के सूचना पर मंगलवार की सुबह पर्रेगुड़ा गांव पहुंचे वन विभाग के रेंजर ने जीव को अपने संरक्षण में ले लिया गया। इधर मंगलवार को गांव के समीप जंगल में पेंगोलिन मिलने को लेकर कौतूहल का विषय बन गया। एक झलक पेंगोलिन को देखने के लिए गांव में भीड़ लगने लगा। लोगों को अनुमान है कि पिछले दिनों हुई भारी बारिश के बाद जंगल से निकलकर गांव में आ गया होगा।जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उस दुर्लभ प्रजाति के प्राणी की पहचान पेंगोलिन के रूप में की, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने पेंगोलिन का रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर ले गए। कुछ ही देर बाद डॉक्टर सहित वन विभाग के बड़े अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची।
शर्मिला होता हैं पैगोलिन।
जानकारी के अनुसार ये दुर्लभ जीव है जो बेहद शर्मीला होता है। पैंगोलिन एक ऐसा जानवर है, जिसकी दुनिया में सबसे ज्यादा तस्करी हो रही है, तस्करी की वजह है चीन, जहां इस जानवर की खाल और मांस से पारंपरिक दवाएं बनाता हैं। इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर के मुताबिक दुनियाभर के वन्य जीवों की अवैध तस्करी में अकेले 20 फीसद का योगदान पैंगोलिन का ही है। शरीर पर कड़ी और सुनहरी-भूरी स्केल्स वाले इन जीवों का मांस खूब शौक से खाया भी जाता है, इसके एक किलो की कीमत लगभग 27 हजार रुपये तक होती है, इसलिए चीन में ये एग्जॉटिक जानवरों की श्रेणी में मिलता है।