छत्तीसगढ़ के 225 पुलिसकर्मियों को केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक-2025 से सम्मानित

नई दिल्ली/रायपुर । विशेष रिपोर्ट
केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 के लिए केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक की घोषणा कर दी है। छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए यह उल्लेखनीय उपलब्धि है, क्योंकि राज्य के 225 पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों को यह सम्मान मिला है।
यह पदक स्पेशल ऑपरेशन, इन्वेस्टिगेशन और फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों को दिया जाता है। सम्मानित अधिकारियों में जिला पुलिस बल, विशेष सशस्त्र बल, सीआईडी, एंटी-नक्सल यूनिट, साइबर सेल और फोरेंसिक विंग के अधिकारी शामिल हैं।
गृह मंत्रालय ने बताया कि चयन प्रक्रिया कड़े मानकों और तकनीकी मूल्यांकन पर आधारित रही। जिन अधिकारियों ने गंभीर अपराध जांच, नक्सल उन्मूलन अभियानों, साइबर/आर्थिक अपराधों की विवेचना और वैज्ञानिक जांच पद्धति के जरिए उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है, उन्हें सूची में शामिल किया गया है।
पुलिस मुख्यालय ने इसे छत्तीसगढ़ पुलिस की पेशेवर दक्षता और प्रतिबद्धता की पहचान बताया है। पुलिस महानिदेशक ने सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान बल का मनोबल और भी ऊँचा करेगा।
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नक्सल ऑपरेशन में उत्कृष्ट प्रदर्शन: एसडीओपी ब्रिज किशोर यादव सम्मानित
नक्सल प्रभावित बिजापुर जिले में तैनात एसडीओपी ब्रिज किशोर यादव को नक्सल विरोधी अभियानों में नेतृत्व और उत्कृष्ट कार्य के लिए केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक से सम्मानित किया गया है।
बताया जाता है कि हाल ही में यादव के नेतृत्व में सुरक्षा बलों ने एक महत्वपूर्ण नक्सली अभियान में सफलता पाई। इस ऑपरेशन में नक्सलियों को उनकी किलेबंदी सहित घेरा गया, कई नक्सली मारे गए और कुछ ने आत्मसमर्पण किया। इस उपलब्धि को गृह मंत्रालय ने सराहा है और उन्हें इस सूची में 121वें क्रमांक पर स्थान मिला है।
गौरतलब है कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ में सिर्फ दो एसडीओपी को यह सम्मान मिला है, जिनमें यादव भी शामिल हैं।

ब्रिज किशोर यादव मूल रूप से सूरजपुर ज़िले के पार्वतीपुर (सिल्फिली) गांव के निवासी हैं। हिंदी माध्यम से प्रारंभिक शिक्षा लेने के बाद उन्होंने रायपुर और बिलासपुर में उच्च शिक्षा एवं तैयारी की और पुलिस सेवा में चयनित हुए। अपने क्षेत्र से इस पद तक पहुँचने वाले वे पहले अधिकारी हैं, जो स्थानीय युवाओं के लिए प्रेरणा बने हैं।
सम्मान की घोषणा के बाद सूरजपुर और उनके गृह क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। परिवार और ग्रामीणों ने इसे क्षेत्र की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है।




