अदृश्य ताकत के इशारे पर सारे नियम कानून को तक में रखकर संचालित किया जा रहा है भटगांव में मीना बाजार

मीना बाजार के मनमानी के सामने नत मस्तक है पुरा प्रसासन।
नियम शर्तों का पालन करने गए अधिकारी के साथ बदतमीजी करने का वीडियो वायरल है सोशल मीडिया में….
भारत सम्मान/भटगांव/ फिरोज खान:- नगर पंचायत भटगांव में अदृश्य ताकत के बल पर शासन, प्रशासन, पुलिस, फायर डिपार्टमेंट के आदेश और एस ओ पी को दरकिनार करके मीना बाजार संचालित किया जा रहा है। हद तो तब हो गई जब कोई भी संबंधित अधिकारी मीना बाजार संचालक को नियमों का पालन करने की हिदायत देने जाता है तो उसके द्वारा उन्हें बेइज्जत करके भगा दिया जा रहा है जिसका 3 वीडिओ शोसल मीडिया मे वायरल हो रहा है। न जाने किसी अदृश्य शक्ति की वजह से उक्त मीना बाजार संचालक के सामने सभी संबंधित अधिकारी असहाय में और मजबूर दिख रहे हैं। प्रशासन के सख्त आदेश के बाद भी रात के 10 बजे के बाद धड़ल्ले से ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग करते हुए मीना बाजार का संचालन असुरक्षित ढंग से किया जा रहा है। मीना बाजार संचालक की मनमानी तथा सुरक्षा उपाय की अनदेखी पर भटगांव तहसीलदार तथा नगर पंचायत सीएमओ ने अनुविभागी अधिकारी को पत्र लिखकर मीना बाजार संचालन के आदेश को संशोधित करने हेतु पत्र लिखा है।
किस आधार पर दी गई मीना बाजार लगाने की अनुमति।
भटगांव में हमराज फनफ़ेयर प्रदर्शनी मेले भटगांव सामुदायिक भवन के समीप लगाया गया। जिसमे बिजली से चलने वाले विशालकाय झूलों को बिना किसी सुरक्षा मापदंडों को देखे बिना ही लगा दिया गया है। जिसके आस पास सुरक्षा के कोई खास इंतजाम नहीं किए गए हैं।

इमरजेंसी इवैक्यूएशन दरवाजा नहीं है।
इमरजेंसी इवैक्यूएशन प्लान(ईओपी) एक सर्व-खतरे वाली योजना है, जिसका अर्थ है कि यह परिसर को प्रभावित करने वाली किसी भी घटना के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया रूपरेखा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन है।इसके होने से समय रहते सभी को सुरक्षित तरीक़े से बाहर निकाला जा सकता है। जो इस मीना बाजार मे कही नहीं है सिर्फ एक छोटा सा दरवाजा है जो स्टॉफ के आने जाने के लिए है और न ही कही एमरजैंसी एग्जिट का बोर्ड लगा है।
ध्वनि नियंत्रण मापदंडों के अनुरूप नहीं बज रहे लाउडस्पीकर।
शासन के निर्देश में स्पष्ट रूप से 45 डेसिबेल ध्वनि से अधिक ध्वनि पर बज रहे लाउड स्पीकर, लाऊडस्पीकरों का खुले आम मापदंडों से अधिक का प्रयोग कर कोलाहल नियंत्रण कानून का उल्लंघन किया जा रहा है।
मीना बाजार में निशुल्क पीने का पानी तथा टॉयलेट उपलब्ध नहीं है।
मनोरंजन, व्यापार, स्वास्थ्य, पेट्रोल पंप, खाने, नास्ते की होटल और टॉकीज जैसी सरकारी और निजी संस्था में आम जनता के लिए पीने के पानी और निस्तार के लिए बाथरुम और टॉयलेट की व्यवस्था होती है वही वर्तमान में संचालित मीना बाजार में ना तो निशुल्क पानी मिल रही है और ना ही टॉयलेट की उचित व्यवस्था संचालक मंडल के द्वारा व्यवस्था किया गया है।

दूषित खाद्य सामग्री के साथ उपयोग हो रहा है घरेलू गैस सिलेंडर।
मीना बाजार स्थल के अंदर और बाहर घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग करके गंदगी के बीच खाद्य सामग्री बेची जा रही है। गंदगी व उड़ने वाली धूल से जनस्वास्थ्य के साथ खुलेआम इस खिलवाड़ किया जा रहा है। जबकि मीना बाजार संचालन की अनुमति पत्र में परिसर के साफ-सफाई के संपूर्ण जिम्मेदारी मीना बाजार संचालक को दी गई है ।
हादसे को बुलावा दे रहा झूला।
ड्रैगन व जिएंट व्हील जैसे झुला भी इस मेले मे लाया गया है जिसमे क्षमता से ज्यादा आदमीयों को झूलते हुवे देखा जा रहा है कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सभी झूलो में कोई भी सुरक्षा उपकरण या सेफ्टी बेल्ट नहीं लगाये गए हैं और न ही झूलो की किसी सक्षम अधिकारी से कोई भी जाँच करायी गई है। जिससे कभी भी बड़े हादसा होने का डर लोगो को बना रहता है।
समय निर्धारित होने के बावजूद भी नहीं हो रहा पालन।
मीना बाजार के संचालन के लिए रात्रि 10 बजे तक का समय भी शामिल है परंतु रात्रि 10 बजे के बाद भी मीना बाजार बेखौफ संचालित है आखिर क्यों ? क्या झूला लगाने वाले मनोरंजन के नाम पर आधी रात तक खुलेआम चल रहा है।


नियम और शर्तों को दरकिनार देर रात तक चलता रहा मीना बाजार…
जब से मीना बाजार भटगांव नगर में चल रहा है तब से लगातार सरकारी आदेश की धज्जियां मीना बाजार संचालक द्वारा रोजाना उड़ाई जा रही है और जिम्मेदार अधिकारी अपने ही दिए गए आदेश की अवहेलना होने पर भी कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं। मीना बाजार संचालकों के द्वारा अधिकारियों को अपमानित करने और उनके साथ बदतमीजी करने का दो-तीन वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।बता दें की मीना बाजार संचालक को सशर्त अनुमति दी गई है। लेकिन मीना बाजार संचालक नियम शर्त का पालन नहीं कर रहा है। न जाने किसी अदृश्य शक्ति की वजह से सक्षम अधिकारी भी मीना बाजार संचालक से खौफ खा रहे हैं।
एस.ओ.पी का यहाँ क्यों नहीं हो रहा पालन ?
देश के उत्तर प्रदेश के हाथरस सतसंघ में हुई घटना में 121 लोगो की मृत्यु के पश्चात, प्रत्येक राज्य सरकारों के द्वारा एस.ओ.पी जारी किया गया था जिसके तहत किसी भी बंद स्थल में सभा या बाजार के संचालन की अनुमति हेतु बाजार स्थल का फूल ले-आउट, प्रवेश -निकासी के कई द्वार, दुकानों की संख्या, बाजार मे संचालित आइटम का नाम, प्रति घटे एक साथ बाजार स्थल में लोगो के घूमने की क्षमता, पार्किंग, ग्रीन कोरिडोर, कार्यक्रम से संबंधित विभागों में समन्वय, जिला प्रशासनिक समिति का स्थल निरीक्षण एवं किसी भी प्रकार की घटना- दुर्घटना का आकलन रिपोर्ट जैसे कई सुरक्षा के मापदंड के अंतर्गत दस्तावेज जमा करना अनिवार्य है तो फिर मीना बाजार संचालक को अनिवार्य दस्तावेज जमा न करने पर भी प्रशासनिक अनुमति कैस प्रदान की गई।
क्या कहते है जिम्मेदार
मीना बाजार की अव्यवस्था तथा पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने के कारण ₹5000 का जुर्माना लगाया गया है तथा एसडीएम साहब को उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा गया है मीना बाजार संचालन की अनुमति उन्हीं के द्वारा दी गई है। राजेश कुशवाहा, सी एम ओ, नगर पंचायत भटगांव, जिला सूरजपुर (छत्तीसगढ़)
पब्लिक की शिकायत पर हम लोग मीना बाजार का निरीक्षण किए हैं तथा कई कई अनियमित्ता सामने आई। मीना बाजार संचालन की अनुमति एसडीएम साहब ने दी है इसलिए उसके खिलाफ उचित कार्रवाई हेतु प्रतिवेदन बनाकर एसडीएम भैयाथान की ओर प्रेषित किया गया है।

राजेश कुशवाहा, सी एम ओ, नगर पंचायत भटगांव, जिला सूरजपुर (छत्तीसगढ़)
पब्लिक की शिकायत पर हम लोग मीना बाजार का निरीक्षण किए हैं तथा कई कई अनियमित्ता सामने आई। मीना बाजार संचालन की अनुमति एसडीएम साहब ने दी है इसलिए उसके खिलाफ उचित कार्रवाई हेतु प्रतिवेदन बनाकर एसडीएम भैयाथान की ओर प्रेषित किया गया है।
शिवनारायण राठिया, तहसीलदार भटगांव, जिला सूरजपुर (छत्तीसगढ़)
भटगांव मीना बाजार संचालक द्वारा फायर एवं सेफ्टी एन ओ सी लिया गया या मुझे नहीं मालूम। लेकिन बड़े आयोजनों में जहां पर की बिजली का उपयोग, कपड़ो का टेंट तथा गैस टंकी या चूल्हों का उपयोग होता है तो वहां पर फायर आडिट करवा कर एनओसी लेना अति आवश्यक है।
संजय गुप्ता, प्रभारी अधिकारी अग्नि सामक विभाग सूरजपुर