नगर पंचायत जरही भाजपा से अध्यक्ष पद के सात दावेदारों में भगवती प्रताप चंद्रा हो सकती है उम्मीदवार?

कांग्रेस से भी अध्यक्ष पद के छह दावेदारों ने पेश की अपनी दावेदारी…
सूरजपुर/भटगांव – नगर पंचायत चुनाव की घोषणा होने के बाद कांग्रेस से अध्यक्ष पद के छः दावेदार सामने आए हैं वहीं भारतीय जनता पार्टी में दावेदारों की सख्या 6 का आंकड़ा पार कर चुकी है, भाजपा के इन 7 दावेदारों में जहां 6 दावेदार पुराने चेहरे जिन्हें पार्टी कई पदों पर मौका दे चुकी है। मात्र एक चेहरा इस दावेदारी में नया है जो महिला दावेदार भगवती प्रताप चंद्रा का है क्योंकि अन्य पिछड़ा समाज से ऊर्जा नगर तथा शक्ति नगर में रायपुर-बिलासपुर जांजगीर-चांपा बलौदा बाजार तथा कोरबा से अत्यधिक संख्या में मतदाता है, जो उनके पक्ष में है।इसके साथ इनके पति डॉक्टर प्रताप नारायण जिले और प्रदेश में मीडिया के ध्रुव तारे माने जाते हैं इसके साथ संघ में प्रतापपुर विधानसभा के लिए इन्होंने प्रभावशाली तरीके से काम किया है स्थानीय तौर पर इनकी सेवा से भी लोग अछूते नहीं हैं, ग्रामीण जनता में भी ये विशेष स्थान रखतें हैं, अन्य दावेदारों में देखा जाए तो पूरन राजवाड़े को शासन सत्ता में शासकीय अधिवक्ता बनाया गया है और पूर्व में 5 वर्ष नगर पंचायत पर काबिज रहे हैं इनके कार्यकाल में कोई विशेष विकास कार्य देखने को नहीं मिले थे।

विकेश जायसवाल वो दावेदार हैं जिन्हें पार्टी ने पहले ही शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल जरही समिति का अध्यक्ष पद दे रखा है। वर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष विमला राजवाड़ों को भी अध्यक्ष पद का तोहफा पहले ही मिल चुका है, सरिता गुप्ता मंडल अध्यक्ष के लिए भी जोर आजमाइश कर रही हैं।
देवाराम रजवाड़े विमल रजवाड़े के पति है इस स्थिति में दोनों दावेदार हैं, वही चिंतावन राजवाड़े कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं, इस स्थिति में मजबूत दावेदारी भगवती प्रताप चंद्रा की मानी जा रही है अब संगठन जरही नगर पंचायत जो कांग्रेस का किला माना जाता है इसे भेदने के लिए किस दावेदार पर भरोसा करती है यह तो देखने वाली बात होगी।

प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र की तेजतर्रार विधायक श्रीमती शकुंतला पोर्ते पर टिकी है नगाहें…
प्रतापपुर विधायक श्रीमती शकुंतला सिंह पोर्ते जिन्होंने अपने 1 वर्ष के कार्यकाल में ग्रामीण क्षेत्र की जनता के लिए सरकार से 40 करोड रुपए स्वीकृत कराये हैं,, घाट पेंडारी में घाट कटिंग का कार्य स्वीकृत कराया है इसके साथ शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम किए हैं उनका निर्णय भी दावेदारों को लेकर खास हो सकता है क्योंकि बतौर विधायक हार जीत के लिए उनकी भी जिम्मेदारी मानी जाएगी।
