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आदिवासी बाहुल क्षेत्र में क्राईम रिपोर्टर को पुलिस कर्मी ने मारा, मोबाईल से तस्वीर डिलीट कर, दी धमकी

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उच्च अधिकारी कह रहे हैं कि पत्रकार चुप नहीं हुए तो उनपर की जायेगी एफआईआर…

भारत सम्मान, जशपुर – सरकार पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर तरह-तरह की वादा करती है लेकिन उनके वादों का धरातल पर कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। आपको बता दें जशपुर जिले के दैनिक भास्कर अखबार में क्राइम रिपोर्टर के पद पर कार्यरत कामदेव साहू जो की क्राईम बिट की खबर को देखते हैं सोमवार दिनांक 14 अगस्त को रिपोर्टर को जानकारी मिली थी कि  किसी बात को लेकर लोगों की भीड़ जमा है जहां पर रिपोर्टर खबर कवरेज करने पहुंचा हुआ था।

ग्रामीणों की समस्या सुनकर फोटो एवं वीडियो ले रहा था इस दौरान वहां मौजूद प्रधान आरक्षक कृपा सिंधु तिग्गा ने रिपोर्टर से सवाल किया कि तुम कौन हो फोटो क्यों ले रहे हो। रिपोर्टर ने आरक्षक के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि मैं मीडिया से हूं और खबर कवरेज कर रहा हूं। इस पर प्रधान आरक्षक ने कहा बिना पूछे फोटो एवं वीडियो बना रहे हो कहते हुए रिपोर्टर के गाल में तमाचा मारा और मोबाइल छीन लिया और फोटो एवं वीडियो को डिलीट करते हुए मोबाइल चेक किया।

प्रधान आरक्षक के द्वारा रिपोर्टर से इस तरह से व्यवहार किया गया कि वह कोई अपराधी हो। प्रधान आरक्षक के इस कृति को वहां पर मौजूद सभी लोगों ने देखा। रिपोर्टर कामदेव साहू ने प्रधान आरक्षक कृपा सिंधु तिग्गा की शिकायत पुलिस अधीक्षक जशपुर,महामहिम राज्यपाल,मुख्यमंत्री,गृहमंत्री,डीजीपी सहित कलेक्टर जशपुर को आवेदन दिया है एवं प्रधान आरक्षक के खिलाफ अनुसात्मक एवं कानूनी कार्रवाई करने की शिकायत शासन प्रशासन से की है अब देखना यह होगा की कार्रवाई होती है कि नहीं या फिर बाकी मामलों की तरह ही इस मामले को भी ठंडा बस्ते में डाल दिया जाएगा।

पत्रकार पर हुए हमले को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा विरोध…

BBC हिंदी न्यूज नेटवर्क के छत्तीसगढ़ प्रभारी वरिष्ठ पत्रकार आलोक पुतुल के द्वारा ट्वीट कर जताया विरोध…

रायपुर प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर के द्वारा जताया गया विरोध…

मुख्यमंत्री Bhupesh Baghel ji,

छत्तीसगढ़ के जशपुर में कल दैनिक भास्कर अखबार के पत्रकार कामदेव साहू को सिटी कोतवाली थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक कृपा सिंधु तिग्गा से थप्पड़ मार दिया। पत्रकार क्राइम बीट की रिपोर्टिंग करते हैं और एक घटनाक्रम की जानकारी और तस्वीर लेने थाने गए थे।

वहां के जागरूक पत्रकारों ने घटना पर कड़ा एतराज जताया है और आरोपी प्रधान आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, लेकिन आपकी पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।

उल्टे वहां के एसपी ने धमकी दी है कि कार्रवाई का दवाब डालेंगे तो आपके पत्रकार के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाएगी। घटना के बाद से पत्रकार सदमे में है।

ये पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने वाले आपके राज्य का हाल है। जहां पत्रकार को उसके काम के दौरान, थाने के भीतर पुलिस ही मारपीट करती है। बड़े अधिकारी अपराध पर पर्दा डालते हैं और अपराधी के खिलाफ कार्रवाई की बजाय पीड़ित पक्ष को ही धमकाते हैं।

Baghel ji आपके राज्य में ये कैसा सुशासन, कैसा लोकतंत्र और ये कैसी प्रेस की आज़ादी है ?

Baghel ji आपके पत्रकार सुरक्षा कानून का क्या हुआ ? आपके लीडर Rahul gandhi ji के ‘फ्री प्रेस’ की बात का क्या हुआ ? छत्तीसगढ़ में पत्रकारों को आप काम करने का सुरक्षित माहौल क्यों नहीं दे पा रहे हैं ?

आप तो भरोसे की सरकार चलाते हैं तो पत्रकारों को भी भरोसा दिलाइये की हम खुलकर अपना काम कर सकें। आप, आपकी पुलिस, आपके नेता, आपके अधिकारी हमारे काम में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। हमें डराया, धमकाया और मारा-पीटा नहीं जाएगा।

क्या आप हमें यह भरोसा दिलाया सकते हैं ? मुझे आपसे जवाब की उम्मीद है Baghel ji.

रायपुर प्रेस क्लब के सदस्य सुधीर आजाद तंबोली के द्वारा जताया गया विरोध…

Bharat Samman

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